पेंटिंग का यह सुंदर काम वारली जनजातियों द्वारा हाथ से बनाया गया है। वारली पेंटिंग महाराष्ट्र, भारत में उत्तरी सह्याद्री रेंज से वारली जनजातियों द्वारा बनाई गई एक कला है। यह रेंज पालघर जिले के दहानू, तलासरी, जौहर, पालघर, मोखाडा और विक्रमगढ़ जैसे शहरों को शामिल करती है। यह पेंटिंग चावल की खेती को दर्शाती है। प्रत्येक पेंटिंग को लाल मिट्टी, लकड़ी के कोयले, चावल के आटे के पेस्ट और कुछ मिश्रित रंगों जैसे जैविक रंगों का उपयोग करके कैनवास पर अनोखे ढंग से हाथ से चित्रित किया गया है। यह आपके ड्राइंग रूम के लिए एक विशेष शो-पीस है।
- इस पेंटिंग के पीछे की अवधारणा:
- आदिवासी महिलाएँ चावल की कटाई कर रही हैं।
- महिलाएं चावल की खेती में लगी हुई हैं।
- विशेषताएँ:
- वारली कला
- पारंपरिक चित्रकला
- दीवार की सजावट
- हाथ का बना
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